पैरामेडिकल कोर्स छात्र 12वीं के बाद इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं जो छात्र 12वीं फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से पास किए हैं वो ही छात्र इस फिल्ड में अपना करियर बना सकते हैं इसमें लड़का और लड़की दोनों ही लोग इस कोर्स में अपना पढ़ाई कर अपने भविष्य को संवार सकते हैं।
बायोलॉजी वाले छात्र- छात्राओं का सपना होता है कि वे 12वीं के बाद नीट एग्जाम को क्वालीफाई कर एमबीबीएस कर डॉक्टर बनने का सपना होता है।
परंतु किसी कारणवश। जो छात्र-छात्राएं नीट का एग्जाम क्वालीफाई नहीं कर पाये है उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है वे इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
PCB के छात्र मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी , डायलिसिस टेक्नोलॉजी, एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी जैसे पैरामेडिकल कोर्स में अपना एडमिशन करा सकते हैं।
होता क्या है कि छात्र बिना किसी जानकारी के इधर-उधर किसी भी कोर्स में पढ़ाई के लिए भटकते रहते हैं ऐसे में चाहिए कि वे अपनी परस्थिति के हिसाब से इस फील्ड के किसी भी कोर्स का चयन अपने रूचि और मानसिक क्षमता के हिसाब से कर सकते हैं।
पैरामेडिकल कोर्स में नर्सिंग केयर असिस्टेंट
छात्र इस कोर्स की पढ़ाई पूरा कर अपना करियर बना सकते हैं आज के समय में इस कोर्स की काफी डिमांड है इस कोर्स की कुल फीस लगभग ₹100000 है इस कोर्स की अवधि 2 साल है इस कोर्स की पढ़ाई खत्म होने के के बाद आप शुरुआती से ₹15000 से ₹20000 की जॉब आसानी से प्राप्त कर सकते हैं धीरे-धीरे जॉब करते-करते अनुभव के आधार पर बाद में आप एक अच्छा खासा इनकम प्राप्त कर सकते हैं।
पैरामेडिकल कोर्स में मेडिकल इमेजिंग टक्नोलॉजी
इस कोर्स में छात्रों को डायग्नोसिस यानी रेडियोलॉजी एक्स-रे ,सीटी स्कैन आदि की जानकारी दी जाती है इस कोर्स की अवधि 2 साल की होती है इसकी कुल फीस लगभग₹100000 होती हैं इस कोर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद सलाना ढाई लाख से 5 लाख रुपए तक की सैलरी छात्र प्राप्त कर सकत हैं।
पैरामेडिकल कोर्स में मेडिकल लैबोरेट्री टेक्निशियन
इस कोर्स की पढ़ाई पुरी कर छात्र अपना करियर बना सकते हैं इस कोर्स अवधि 2 साल होती हैं इस कोर्स की फीस लगभग 75000 से ₹100000 के बीच होती हैं यह क्लीनिकल लैब टेस्टिंग से जुड़ा क्षेत्र है इस कोर्स के तहत बीमारियों की पहचान के लिए लैब टेस्टिंग की जानकारी दी जाती है छात्र इस कोर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद किसी प्रतिष्ठित अस्पताल या लैब से जुड़कर कार्य कर अपना Income Generate कर सकते हैं।
पैरामेडिकल कोर्स में डायलिसिस टेक्निशियन
इस कोर्स की पढ़ाई कर छात्र इसमें अपना करियर बना सकते हैं आज के समय में किडनी समस्या आम होती जा रही है ऐसे में डायलिसिस टेक्निशियन की मांग बढ़ती जा रही है इस कोर्स के अवधि 2 साल होती है छात्र इस कोर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक अच्छी खासी इनकम जेनरेट कर अपना जीवन अच्छी तरह से जी सकता है।
पैरामेडिकल कोर्स में एनेस्थेटिक टेक्निशियन कोर्स
छात्र इस कोर्स की पढ़ाई कर अपना करियर बना सकते हैं इस कोर्स के अवधि 2 साल होती है इस कोर्स की एक खासियत यह है कि इसमें एक अच्छी जॉब मिलने की गारंटी होती है क्योंकि बिना एनेस्थीसिया के कोई सर्जरी नहीं होती इसलिए ये टेक्नीशियन प्रत्येक हॉस्पिटल के जरूरी होते हैं।
निष्कर्ष
अतः उपरोक्त पाठयाश के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि की जो छात्र 12वीं की पढ़ाई PCB विषय से किए हैं वे चाहे तो पैरामेडिकल क्षेत्र के किसी भी एक कोर्स का चयन कर अपने करियर को बेहतर बना सकते हैं।